सचिव श्रीमती राधिका झा और उत्तराखंड ज्ञान विकास समिति के मुख्य परियोजना निदेशक द्वारा House of Himalayas पर चर्चा तो ठीक है… लेकिन Hillans का क्या हुआ?

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13 मई 2025 को मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन की अध्यक्षता में सचिवालय में House of Himalayas के निदेशक मंडल की बैठक आयोजित की गई। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि House of Himalayas को एक बड़े ब्रांड के रूप में विकसित किया जाएगा और इसके उत्पादों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए मानक निर्धारित किए जाएंगे।

सचिव श्रीमती राधिका झा ने इस बैठक में स्पष्ट रूप से कहा कि इस पहल का उद्देश्य किसानों को उनकी उपज के लिए उच्च प्रीमियम देना है, ताकि पहाड़ी क्षेत्रों में खेती को लाभप्रद बनाया जा सके। निश्चित ही यह एक सराहनीय पहल है।

लेकिन एक सवाल अब भी अनुत्तरित है –
क्या कोई पूछेगा कि Hillans का क्या हुआ?
वह ब्रांड जिसे कुछ वर्ष पहले Uttarakhand Gyan Vikas Samiti (UGVS) के नेतृत्व में बड़े उत्साह और विश्वास के साथ शुरू किया गया था।

Hillans भी तो महिला स्व-सहायता समूहों, स्थानीय उत्पादों, और स्थायी आजीविका के समर्थन का प्रतीक था।
इसके अंतर्गत पारंपरिक हस्तशिल्प, कृषि उत्पाद और प्राकृतिक संसाधनों को ब्रांड बनाकर बाज़ार में पहुंचाने का संकल्प लिया गया था।

18 अक्टूबर 2022 को स्वास्थ्य, शिक्षा व सहकारिता मंत्री श्री धन सिंह रावत, ग्रामीण विकास सचिव डॉ. बीवीआरसी पुरूषोत्तम (IAS) व मुख्यमंत्री सचिव डॉ. आर. मीनाक्षी सुंदरम (IAS) ने विरासत मेले, देहरादून में Hilans स्टॉल का दौरा किया। उन्होंने उत्पादों की सराहना की और कार्य की प्रशंसा की।

22 अप्रैल 2023 को मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने REAP परियोजना निदेशक रितिका खंडेलवाल के साथ स्थानीय कलाकारों और शिल्पकारों के कार्यों की सराहना की। उन्होंने Hilans के माध्यम से पारंपरिक कला और शिल्प को बढ़ावा देने के प्रयासों की प्रशंसा की।

 

june 2,2023,पद्मश्री सोनू निगम (@sonunigamofficial) – Hilans मुहिम को सहयोग दिया। Hilans, उत्तराखंड सरकार व IFAD की पहल है, जो किसानों को सीधे उपभोक्ताओं से जोड़ती है और हिमालयी किसानों की भावना का प्रतीक है।

4 अगस्त 2023 को देहरादून में UGVS-REAP द्वारा Hilans के वैल्यू चेन स्ट्रेटेजी पर कार्यशाला आयोजित की गई। इस दौरान श्री रोनाल्ड JMD (#WOMENONWINGS) और शिल्पा मित्तल ने इंटरैक्टिव सत्र लिया।
@REAPUttarakhand @hilansofficial @nitikakh22 @cdo_pauri

 

17 सितंबर 2023 को Hilans को उत्तराखंड सरकार द्वारा “सर्वश्रेष्ठ स्टार्टअप पहल” के रूप में सम्मानित किया गया। यह सम्मान माननीय कैबिनेट मंत्री श्री सतपाल महाराज (@satpalmaharajofficial) द्वारा प्रदान किया गया।

Hilans on Amazon

 

 

हम माननीय सचिव श्रीमती राधिका झा और उत्तराखंड ग्राम्य विकास समिति के मुख्य परियोजना निदेशक से यह जानना चाहते हैं कि—

“ऐसी क्या प्रमुख वजहें थीं कि मीडिया में मिली व्यापक सफलता, सरकारी सराहना और जनता के समर्थन के बावजूद Hilans जैसे सफल ब्रांड को बंद करना पड़ा?”

Hilans: एक सफल ब्रांड की चुपचाप समाप्ति — सवाल अब भी अनुत्तरित हैं

उत्तराखंड सरकार एवं IFAD (ILSP एवं REAP परियोजनाओं) की एक महत्त्वाकांक्षी पहल के रूप में Hilans ब्रांड की शुरुआत हुई थी, जिसका उद्देश्य पर्वतीय किसानों द्वारा उत्पादित शुद्ध और प्राकृतिक वस्तुओं को बाज़ार तक पहुँचाना था। यह ब्रांड न केवल अपनी गुणवत्तापूर्ण पैकेजिंग और विश्वस्तरीय ब्रांडिंग के लिए जाना गया, बल्कि इसे राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर कई मंचों पर सराहना भी मिली।

17 सितंबर 2023 को राज्य सरकार द्वारा इसे “सर्वश्रेष्ठ स्टार्टअप पहल” के सम्मान से नवाजा गया।
इससे पहले,

  • 18 अक्टूबर 2022 को देहरादून के विरासत मेले में मंत्रीगणों ने Hilans स्टॉल का दौरा कर इसके कार्य की प्रशंसा की,

  • 2 जून 2023 को प्रसिद्ध गायक पद्मश्री सोनू निगम ने इस पहल को सार्वजनिक समर्थन दिया,

  • और 4 अगस्त 2023 को देहरादून में Hilans की वैल्यू चेन स्ट्रैटेजी पर एक विशेष कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों ने भाग लिया।

इन सब उपलब्धियों के बावजूद, फरवरी 2024 में Hilans को अचानक बंद कर दिया गया, और अब इसकी वेबसाइट (www.hilans.org) भी निष्क्रिय हो चुकी है। यह सब न केवल आश्चर्यजनक है, बल्कि इससे कई अहम सवाल भी खड़े होते हैं।

हम माननीय सचिव श्रीमती राधिका झा और उत्तराखंड ग्राम्य विकास समिति के मुख्य परियोजना निदेशक से जानना चाहते हैं—
“ऐसी कौन-सी मुख्य वजहें थीं कि सरकार, मीडिया और जनसामान्य से मिले व्यापक समर्थन के बावजूद Hilans को बंद करना पड़ा?”

Hilans: एक सफल ब्रांड की चुपचाप समाप्ति — सवाल अब भी अनुत्तरित हैं

उत्तराखंड सरकार एवं IFAD (ILSP एवं REAP परियोजनाओं) की एक महत्त्वाकांक्षी पहल के रूप में Hilans ब्रांड की शुरुआत हुई थी, जिसका उद्देश्य पर्वतीय किसानों द्वारा उत्पादित शुद्ध और प्राकृतिक वस्तुओं को बाज़ार तक पहुँचाना था। यह ब्रांड न केवल अपनी गुणवत्तापूर्ण पैकेजिंग और विश्वस्तरीय ब्रांडिंग के लिए जाना गया, बल्कि इसे राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर कई मंचों पर सराहना भी मिली।

17 सितंबर 2023 को राज्य सरकार द्वारा इसे “सर्वश्रेष्ठ स्टार्टअप पहल” के सम्मान से नवाजा गया।
इससे पहले,

18 अक्टूबर 2022 को देहरादून के विरासत मेले में मंत्रीगणों ने Hilans स्टॉल का दौरा कर इसके कार्य की प्रशंसा की,

2 जून 2023 को प्रसिद्ध गायक पद्मश्री सोनू निगम ने इस पहल को सार्वजनिक समर्थन दिया,

और 4 अगस्त 2023 को देहरादून में Hilans की वैल्यू चेन स्ट्रैटेजी पर एक विशेष कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों ने भाग लिया।

इन सब उपलब्धियों के बावजूद, फरवरी 2024 में Hilans को अचानक बंद कर दिया गया, और अब इसकी वेबसाइट (www.hilans.org) भी निष्क्रिय हो चुकी है। यह सब न केवल आश्चर्यजनक है, बल्कि इससे कई अहम सवाल भी खड़े होते हैं।

हम माननीय सचिव श्रीमती राधिका झा और उत्तराखंड ग्राम्य विकास समिति के मुख्य परियोजना निदेशक से जानना चाहते हैं—
“ऐसी कौन-सी मुख्य वजहें थीं कि सरकार, मीडिया और जनसामान्य से मिले व्यापक समर्थन के बावजूद Hilans को बंद करना पड़ा?”

इसके अतिरिक्त, निम्नलिखित बिंदुओं पर भी पारदर्शी जानकारी आवश्यक है:

Hilans ब्रांड की स्थापना कब हुई थी?

इसे बंद करने का निर्णय किसके सुझाव पर और किन कारणों से लिया गया?

क्या Hilans को वैधानिक रूप से ट्रेडमार्क (TM) के रूप में पंजीकृत किया गया था?

कुल कितने स्वयं सहायता समूह (Self Help Groups) इससे जुड़े हुए थे?

IFAD–ILSP परियोजना के अंतर्गत Hilans के लिए कितनी धनराशि स्वीकृत की गई थी?

IFAD–REAP परियोजना से Hilans के लिए कितनी धनराशि व्यय की गई?

कुल मिलाकर Hilans ब्रांड पर अब तक कितना व्यय हुआ?

पिछले तीन वर्षों में इस ब्रांड से कितना लाभ अर्जित हुआ?

इस परियोजना में कितने कर्मचारी कार्यरत थे?

Hilans के कितने कार्यालय/आउटलेट्स कार्यरत थे?

UGVS की भूमिका क्या थी – क्या वह केवल फंडिंग एजेंसी थी, या निर्माण एवं विपणन में भी प्रत्यक्ष रूप से संलग्न थी?

हम आशा करते हैं कि इस विषय पर यथाशीघ्र स्पष्टता दी जाएगी, ताकि जनता और हितधारकों में बनी हुई उत्सुकता व संशय का समाधान हो सके और भविष्य की योजनाओं के लिए भरोसेमंद मार्गदर्शन प्राप्त हो।